यमकेश्वर 27 अगस्त
गजेंद्र सिंह
सरकारी योजना की बात करें या क्षेत्र की विकास की बात, यमकेश्वर ब्लॉक हमेशा से पीछे ही रहा है। ऐसा ही मामला गोट वैली स्कीम से जुड़ा है।
उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित गोट वैली स्कीम के अंतर्गत जिला पशु विभाग द्वारा उत्तराखंड के किसानों को दस बकरी और एक बकरा खरीदने के लिए 63 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। जिससे कि उत्तराखंड का किसान आत्मनिर्भर बन सके। लेकिन जिले स्तर पर स्कीम का गलत बंटवारा करने के कारण यमकेश्वर ब्लॉक के 86 ग्राम सभाओं के किसानों को इस स्कीम का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बता दें कि यमकेश्वर ब्लॉक मैं पौड़ी गढ़वाल के अन्य ब्लॉकों की तुलना में सबसे अधिक बकरी पालन किया जाता है। लेकिन यमकेश्वर ब्लॉक के किसानों को गोट वैली स्कीम का पता तक नहीं है। इस मामले में किसान विनोद परिहार ने बताया कि मेरे पास बकरियां हैं लेकिन मुझे किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मचारियों के सुस्त रवैये के कारण किसानों को सरकारी योजनाओं का पता तक नहीं चल पाता है। किसान धीरज सिंह, किसान महेश गौड़ ने बताया कि मेरे द्वारा भी बहुत समय से बकरी पालन किया जाता है लेकिन पशु विभाग व्दारा किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पाया।
इनसेट
यमकेश्वर के किसानों के लिए 10-12 यूनिट की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक यमकेश्वर के किसानों के लिए एक भी यूनिट मंजूर नहीं हो पाई- दिनेश कुमार शर्मा (मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी यमकेश्वर)
इनसेट
यह स्कीम जिला स्तर से संचालित होती हैं। लेकिन बैठक में हमने यमकेश्वर के किसानों के लिए गोट वैली स्कीम संचालित करने की मांग की है – दृष्टि आनंद (खंड विकास अधिकारी यमकेश्वर)