ऋषिकेश 30 अगस्त
गजेंद्र सिंह
परमार्थ निकेतन आश्रम में पहुंचे गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी। आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर लिया आशीर्वाद।
शुक्रवार को गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट परमार्थ निकेतन पहुंचे और स्वामी चिदानंद से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती और गढ़वाल सांसद के बीच उत्तराखंड के विकास को लेकर चर्चा हुई। स्वामी चिदानंद सरस्वती और अनिल बलूनी की उत्तराखंड के हरित व सतत विकास, तीर्थाटन संस्कृति का विकास, पलायन को रोकने के लिए स्थानीय रोजगार को विकसित करने व पहाड़ की संस्कृति अन्न उत्पादों को बढ़ावा देने आदि विषयों पर चर्चा हुई। साथ ही स्वामी जी ने कहा कि अब गंगा में कोई नाला ना गिरे इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। और कहा कि पहाड़ की संस्कृति को जीवित रखने के लिए पारंपरिक वेशभूषा, लोक कलाओं एवं संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करना जरूरी है। साथ ही स्थानीय मेलों और त्योहारों का आयोजन कर दिव्य संस्कृति को जीवित रखा जा सकता है। उत्तराखंड पहाड़ों से युक्त राज्य होने के कारण यहां की समस्याएं अन्य राज्यों से अलग है। पहाड़ों पर रहने वालों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र का विकास होना जरूरी है।
इस मौके पर अनिल बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य की समग्र विकास और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि राज्य को हरित समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से संपन्न बनाएं। और इसके लिए सरकार अद्भुत कार्य कर रही है। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी को हिमालय की हरित भेंट रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया।