ऋषिकेश 10 अक्टूबर
गजेंद्र सिंह
बुद्धवार को पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के माइक्रोबायोलॉजी एवं एमएलटी विभाग के छात्र-छात्राओं ने एम्स ऋषिकेश का शैक्षिक भ्रमण किया। जिसमें उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री तथा पैथोलॉजी प्रयोगशालाओं के अत्याधुनिक उपकरण तथा उनकी कार्यशैली के बारे में जानकारी प्राप्त की। भ्रमण के दौरान एम्स ऋषिकेश की जीव रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ अनीशा आतिफ मिर्जा व सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के आचार्य डॉ योगेंद्र प्रताप मथुरिया के निर्देशन में छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त लिया। डॉ अविनाश ने जीव रसायन (बायोकेमेस्ट्री) विभाग में लीवर जांच, किडनी एवं हार्मोन आदि जैसे जैव रासायनिक जांच का परीक्षण के तरीकों के बारे में बताया।
डॉ मीनाक्षी ने सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग में सिरोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी व टीबी लैब के बारे में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया जिसके अंतर्गत डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसी बीमारियों की जांच की जाती है। डॉ मीनाक्षी ने छात्र छात्राओं को सभी परीक्षण में प्रयुक्त उपकरणों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।
डॉ श्रीदेवी ने विकृति विज्ञान (पैथोलॉजी लैब) के बारे में बताया व रुधिर जांच संबंधी प्रयोग प्रयोगात्मक विधि के बारे में जानकारी दी एवं संबंधित उपकरणों के बारे में समझाया जैसे एक्यूस्टार सेवरों, अल्फा सिस्मेक्स, ईएसआर और एयरोस्पेस हेमेटोलॉजी प्रो जैसे आधुनिक उपकरणों के बारे में बताया। इस मौके पर पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश के विज्ञान संकायाध्यक्ष व सूक्ष्मजीव विज्ञान/ एमएलटी के समन्यवक प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रो मीनू सिंह व डीन एकेडमिक प्रो जय चतुर्वेदी का हमारे परिसर के छात्रों को इस अवसर को प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर के कुलपति प्रो एनके जोशी ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण विद्यर्थियों के लिए एक सुखद अनुभव होता है जिसमें वह कक्षा से बाहर की गतिविधियों में शामिल होते हैं। इससे उनकी बौद्धिक क्षमता का विस्तार होता है। निदेशक प्रो एमएस रावत ने कहा कि विगत वर्ष एम्स ऋषिकेश व हमारे संस्थान का MOU हुआ था जिसके तहत दोनों संस्थान उक्त शैक्षणिक गतिविधि में शामिल हुए हैं। भविष्य में भी दोनों संस्थान इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण व अन्य आयोजन करेंगे, जिससे सभी छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। इस मौके एमएलटी और एमएससी के 30 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।