ऋषिकेश 16 अक्टूबर
गजेंद्र सिंह
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े द्वारा उत्तराखंड के समस्त तीर्थो के भ्रमण के लिए रवाना होने वाली पवित्र छड़ी यात्रा का ऋषिकेश पहुंचने पर मायाकुंड स्थित श्री बद्री श्री ब्रह्मलीन गोदावरी गिरी महाराज की समाधि मंदिर तारा माता मंदिर महंत महेंद्र संध्या गिरी के नेतृत्व में संतों ने भव्य स्वागत किया।
बुधवार को छड़ी यात्रा त्रिवेणी घाट, सोमेश्वर महादेव मंदिर, चंदेश्वर मंदिर के साथ नगर भ्रमण करते हुए श्री मनसा देवी ट्रस्ट तथा निरंजनी अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के उप महंत महंत राजगिरी महाराज, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी महाराज, सचिव महंत महेश पुरी, महंत शैलेंद्र गिरी, महंत केदारपुरी, महंत पूर्णागिरि, महंत पुष्कर गिरी, महाकाल गिरी, महंत रतन गिरी, महंत ग्वालापुरी, महंत धीरेंद्र पुरी, नागा संन्यासियों व श्रद्धालु नागरिकों के जत्थे के साथ सोमेश्वर महादेव मंदिर से तारा माता मंदिर पहुंची। इस दौरान भारी संख्या में नागरिकों व श्रद्धालुओं ने पवित्र छड़ी के दर्शन किए तथा पुष्प वर्षा कर पूजा अर्चना की। इससे पहले त्रिवेणी घाट पर भी पवित्र छड़ी का स्वागत किया तथा मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना व दुग्ध अभिषेक कर उत्तराखंड राज्य की सुख समृद्धि, उन्नति की कामना के साथ पवित्र छड़ी की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा यह पवित्र छड़ी अखाड़ा परिषद में शामिल सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि के रूप में पूरे उत्तराखंड का भ्रमण करती है ।इस पवित्र छड़ी यात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के साथ-साथ उत्तराखंड के उपेक्षित पौराणिक तीर्थ स्थलों का विकास करना है। ताकि इन क्षेत्रों में तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा मिले और स्थानीय युवकों को रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा उपेक्षित क्षेत्र से युवाओं का पलायन रोकने के लिए इन क्षेत्रों में उच्च स्तरीय शिक्षा, चिकित्सा अन्य मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना भी इस यात्रा का उद्देश्य है। यह पवित्र छड़ी गत 5 वर्षों से निरंतर संचालित की जा रही है और प्रदेश सरकार द्वारा इस राजकीय पवित्र यात्रा घोषित किया गया है। जो की ऋषिकेश से रवाना होकर लाखामंडल के पश्चात वशिष्ठ गिरी, पुष्कर गिरी, पुष्पगिरी, खुशी गिरी, महंत गुप्त गिरी के संचालन में बड़कोट पहुंचेगी। इस दौरान संतो का तारा माता मंदिर के महंत, संध्या गिरी, स्वामी योगीराज, गौतम गिरी, रामेश्वर गिरी, भगवान भारती, खुशी गिरी, पर्वत गिरी ऋषिकेश गिरी, महेश, सत्यम तारामता मंदिर जनसंपर्क अधिकारी गंभीर मेवाड़, संजय शास्त्री, सुमर सिंह आदि मौजूद थे।