ऋषिकेश 22 अक्टूबर
गजेंद्र सिंह
नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता ओम गोपाल रावत ने जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण नरेंद्रनगर के सहायक अभियंता पर तपोवन क्षेत्र में भवन निर्माण के सीलिंग के नाम पर भ्रष्टाचार, अवैध वसूली व भेद भावपूर्ण रवया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार से सहायक अभियंता की संपत्तियां की जांच, सीबीआई की जांच के साथ ही सहायक अभियंता को पद से बर्खास्त करने की मांग की है।
मंगलवार को ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में विधानसभा नरेंद्रनगर के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता ओम गोपाल रावत ने पत्रकारों को बताया कि जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण नरेंद्रनगर को प्राधिकरण के सहायक अभियंता दिग्विजय नाथ तिवारी ने आज जिला स्तरीय भ्रष्टाचार प्राधिकरण बना दिया है। पूर्व विधायक ने कहा कि सहायक अभियंता सीलिंग के नाम पर क्षेत्र में भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रहे हैं उन्होंने कहा कि अगर किसी भी निर्माणाधीन भवनों का नक्शा पास नहीं है तो ऐसे भवनों का निर्माण को तभी रोका जाना चाहिए था जब उसका निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि सहायक अभियंता द्वारा भवन स्वामियों से अवैध वसूली कर पहले इन निर्माण कार्यों को शुरू करवाया जा रहा है और बाद में अवैध वसूली न होने पर सीलिंग की कार्यवाही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहायक अभियंता की इस कार्य प्रणाली से सभी लोग खासे परेशान हैं। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सहायक अभियंता की प्रतिनियुक्ति आज 22 अक्टूबर को समाप्त हो गई है। सहायक अभियंता को जल्द ही कार्य मुक्त किया जाए, सहायक अभियंता एवं उनके परिवार की संपत्तियों की जांच एवं सीबीआई जांच की जाए, तपोवन क्षेत्र में भेद भावपूर्ण तरीके से की गई सीलिंग की जांच की जाए, जांच के बाद तपोवन क्षेत्र में की गई सीलिंग को शीघ्र हटाया जाए आदि मांगे की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की है साथ ही बुधवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी टिहरी से मिलेगा और उन्हें ज्ञापन देगा। कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर उक्त सहायक अभियंता के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई तो वह क्षेत्रीय लोगों के साथ मिलकर आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण की होगी। प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष नरेंद्रनगर उत्तम असवाल, सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड भास्कर गैरोला, जिला पंचायत सदस्य तपोवन पूरन सिंह पुंडीर, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह गुसांई, अनिल रावत, दिनेश भट्ट, दिनेश सकलानी, उत्तम भट्ट, नवीन, विनोद सकलानी, प्रदीप राणा आदि मौजूद थे।