चम्पावत 19 अगस्त
गजेंद्र सिंह
चम्पावत जिले के देवीपुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले बगवाल मेले में सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन के अवसर पर प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मां बाराही मंदिर में घंटी चढ़ा कर व राज्य की खुशहाली और तरक्की की कामना की।
मुख्यमंत्री ने बाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच फलों फूलों से खेले जाने वाले विश्व प्रसिद्ध पाषाण युद्ध मैं प्रतिभाग किया। इस वर्ष पाषाण युद्ध करीब 11 मिनट तक चला। और कहा कि बगवाल मेला हमारी लोक संस्कृति आस्था और परंपरा का संगम है। यह मेला हमारी संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ ही हमारी संस्कृति का भी संवर्धन करता है। और देवभूमि के कण-कण में देवताओं का वास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार देवभूमि की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के साथ ही पौराणिक स्थलों का भी पुनर्निर्माण कर रही है। मानसरोवर मंदिर माला मिशन के अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। देवीधूरा भी इस मिशन का महत्वपूर्ण अंग है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार में मंदिरों के संवर्धन के साथ ही कृषि, दुग्ध उत्पादन, शिक्षा, बागवानी जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर निरंतर कार्य कर रही है। चंपावत महाविद्यालय को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय कैंपस के रूप में विकसित किया जा रहा है। चंपावत मुख्यालय में एआरटीओ का उप कार्यालय खोला गया है। और निरंतर उत्तराखंड का विकास हो रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, विधायक कुशाल सिंह अधिकारी, विधायक राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, पूर्व सांसद डॉ महेंद्र सिंह पाल, उपाध्यक्ष सेतु राजशेखर जोशी, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगडिया, अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति व अन्य लोग मौजूद रहे।