देहरादून 3 दिसम्बर
गजेंद्र सिंह
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में उत्तराखण्ड एनिमल वेल्फेयर बोर्ड के साथ गौसदनों के निर्माण से सम्बन्धित बैठक की। साथ ही उन्होंने शहरी विकास विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों में स्थापित किए जाने वाले 36 गौसदनों के निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। राज्य के 13 जिलों में 36 गौसदनों हेतु भूमि चिन्हित कर ली गई है तथा 13 गौसदनों का निर्माण कार्य जारी है। मुख्य सचिव ने पंचायती राज विभाग को राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये जाने वाले 26 गौसदनों के निर्माण कार्य को भी शीघ्र आरम्भ करने के निर्देश दिए। विभाग को मिसिंग लिंक के माध्यम से ₹10 करोड़ की धनराशि पहले ही जारी की गई है। इस सम्बन्ध में पंचायती राज विभाग द्वारा भूमि चिन्हीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है।उत्तराखण्ड में निराश्रित गौवंशीय पशुओं को गोद लेने वालों को दिए जाने वाला मानदेय प्रतिदिन 80 रूपए एक पशु है, जो देश भर के अन्य राज्यों के हिसाब से सर्वाधिक है। इसके बावजूद आमजन को सड़कों पर निराश्रित गौवंशीय पशुओं की समस्या से पूरी तरह से निजात दिलाने को लेकर मुख्य सचिव ने सचिव शहरी विकास को नगर पालिकाओं द्वारा प्रत्येक माह शहरी क्षेत्रों में सड़कों में पाए जाने वाले निराश्रित गौवंशीय पशुओं की संख्या की समीक्षा, मॉनिटरिंग एवं उन्हें गौसदनों में भेजने की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। और मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन और पहले से ही संचालित गौसदनों के संचालन एवं रखरखाव और गौसदनों में गौवंश के लिए चारा, भूसा, प्रकाश, चिकित्सा, सुरक्षा व दवाईयों की पर्याप्त व्यवस्था करने निर्देश दिए हैं। इस मौके पर सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरूषोत्तम, नितेश झा, चंद्रेश कुमार, वी षणमुगम सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।