देहरादून 16 अगस्त
गजेंद्र सिंह
शुक्रवार को एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने एसडीआरएफ वाहिनी जॉलीग्रांट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यभर में स्थित सभी टीमों को शुभकामनाएं देते हुए आगे भी इसी तरह के कार्य करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने 31 जुलाई को केदारनाथ और घनसाली क्षेत्र में हुई आपदा में एसडीआरएफ के जवानों ने कठिन परिस्थितियों में अद्वितीय साहस और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। उनके त्वरित और प्रभावी राहत कार्यों ने हजारों जिंदगियों को बचाया गया। कावंड मेले में 165 से अधिक कांवडियों की जान बचाकर एसडीआरएफ जवानों ने एक मिसाल पेश की है। उधमसिंहनगर और चम्पावत में भारी बारिश के कारण हुए जलभराव से टीम ने 600 से अधिक लोगों को राफ्ट के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। जिसके लिए टीम के सभी अधिकारी कर्मचारी बधाई के पात्र है। कहा कि सभी कामों के लिए सेनानायक मणिकांत मिश्रा, उपसेनानायक विजेंद्र दत्त डोभाल को सराहनीय सेवा के लिए मुख्यमंत्री ने, निरीक्षक हरक सिंह राणा को राष्ट्रपति ने और निरीक्षक जगदम्बा प्रसाद, निरीक्षक कविंद्र सजवाण और आरक्षी विपिन आर्य, मातबर सिंह और देवेंद्र सिंह को डीजीपी ने सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह से सम्मानित किया। इस अवसर पर सेनानायक ने मौसम और आपदा की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ की सभी पोस्टों पर तैनात जवानों को 24 घंटे अलर्ट रहने एवं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सर्च ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही रेस्क्यू कार्यों में ड्रोन का भी ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने पर जोर दिया। इस अवसर पर उपसेनानायक विजेन्द्र दत्त डोभाल, सहायक सेनानायक मिथिलेश कुमार, श्यामदत्त नौटियाल सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।