श्रीनगर 19 जून
गजेंद्र सिंह
विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर आज से प्रदेश भर में सिकल सेल जनजागरूकता पखवाड़ा मनाया जायेगा। जिसका शुभारंभ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर से किया। इसके साथ ही प्रदेश भर के समस्त राजकीय चिकित्सा इकाइयों एवं जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाये गये। जिनमें 0-40 आयु वर्ग के लगभग 2000 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सिकल सेल एनीमिया रोग का उपचार व बचाव संबंधित जानकारी दी गयी। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में विश्व सिकल सेल दिवस की उपलक्ष पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में सिकल सेल रोग के उन्मूलन के प्रति राज्य सरकार काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल की रोकथाम के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। विभागीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश भर में आगामी 3 जुलाई तक विश्व सिकल सेल जागरूकता पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसके सफल आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि विश्व सिकल सेल जागरूकता पखवाड़ा के माध्यम से प्रदेशवासियों को सिकल सेल एनीमिया रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा।
2.59 लाख जनजातीय लोगों की जांच का लक्ष्य
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन अभियान के तहत प्रदेश में जन-जातीय समुदाय की 2,59,269 लोगों की सिकल सेल एनीमिया जांच का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में 87,127 की सापेक्ष 81,545 लाभार्थियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की। जोकि कुल प्राप्त लक्ष्य का 94 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में निर्धारित लक्ष्य 87,127 की सापेक्ष अब तक 12000 से अधिक लाभार्थियों की सिकल सेल जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में सिकल सेल जांच का दायरा बढ़ाया गया है। और प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों की जांच के लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा।
सिकल सेल रोग की तोड़ेंगे चैन
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में सिकल सेल एनीमिया रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। खासकर जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल रोगों की रोकथाम के लिए वृहद स्तर पर जन जागरूकता निशुल्क जांच अभियान चलाए जा रहे हैं। ताकि इस बीमारी की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा जनजाति क्षेत्र के बच्चों को सिकल सेल के प्रति जागरूक करने के साथ ही स्कूल एवं महाविद्यालय स्तर पर मेडिकल कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जायेंगे।