स्वर्गाश्रम 5 दिसंबर
गजेंद्र सिंह
शिव के प्रति अटूट आस्था और प्रेम की अनोखी मिसाल प्रेम प्रजापति ने पेश की है। वह कई वर्षों से भूतनाथ मंदिर के समीप रुद्राक्ष की दुकान संचालित कर रहे हैं और उनका परिवार इसी व्यवसाय से भरण-पोषण करता है।
प्रजापति की दुकान पर आपको सिर्फ रुद्राक्ष ही मिलेंगे। वह अपनी दुकान पर अन्य चीजों की क्रय-विक्रय नहीं करते हैं। उनका कहना है कि भगवान शिव ही संसार के संहारक हैं और उन्होंने ही भगवान शिव को अपना आराध्य माना है।
प्रजापति की आस्था और प्रेम की यह अनोखी मिसाल आज के समय में एक प्रेरणा है। वह भगवान शिव की महिमा को फैलाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
प्रजापति की दुकान पर आपको विभिन्न प्रकार के रुद्राक्ष मिलेंगे, जिन्हें वह स्वयं चुनते हैं और उनकी पूजा करते हैं। वह कहते हैं कि रुद्राक्ष भगवान शिव की आंखों की बूंदों से बना है और यह हमें आध्यात्मिक शक्ति और सुरक्षा प्रदान करता है।
प्रजापति की आस्था और प्रेम की यह अनोखी मिसाल हमें यह सिखाती है कि अगर हम किसी चीज़ में सच्ची आस्था और प्रेम रखें, तो हमें सफलता और संतुष्टि अवश्य मिलती है।