


प्रयागराज 26 जनवरी
गजेंद्र सिंह
परमार्थ निकेतन शिविर प्रयागराज में आयोजित नौ दिवसीय मानस महाकुम्भ ‘श्री राम कथा’ का समापन हो गया है। इस अवसर पर राष्ट्रसंत मानस कथा मर्मज्ञ पूज्य बापू ने श्रद्धालुओं को सत्य, प्रेम और करुणा के दिव्य संदेश के साथ आशीर्वाद दिया।
पूज्य बापू ने कहा कि मानस का पवित्रतम पाठ जीवन को संजीवनी प्रदान करने वाला है। उन्होंने सभी को याद दिलाया कि श्रीराम की कथा केवल एक साहित्यिक काव्य नहीं, बल्कि यह अमूल्य खजाना है जो हमारे जीवन को उच्च आध्यात्मिक दृष्टि और उन्नति प्रदान करता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि आज मानस कथा का समापन हुआ और एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि यह मानस कथा का विराम नहीं, यह एक नए अध्याय की शुरुआत है जो कथा श्रवण करने वालों के हृदय में नित नए रूप में समाती है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि यह मानस कथा का समापन नहीं है, बल्कि यह हमारे भीतर की दिव्य शक्तियों व आत्मा को जगाने का एक नया प्रारंभ है। पूज्य बापू ने नौ दिनों तक हम सभी को जो संस्कार प्रदान किए हैं उन्हें अपने साथ प्रसाद स्वरूप लेकर जाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मानस कथा यजमान जसानी परिवार और विश्व के अनेक देशों से आए श्रद्धालु गद्गद होकर अपने पूज्य संतों को विदा कर प्रस्थान हो रहे हैं।