


ऋषिकेश 12 फरवरी
गजेंद्र सिंह
प्रयागराज महाकुंभ में श्री महानिर्वाणी अखाड़ा ने गुरु देव ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद और ब्रह्मलीन 1008 महामंडलेश्वर साध्वी राम प्रिया के आशीर्वाद से श्री स्वामी सच्चिदानंद आश्रम की गद्दी पर स्वामी चेतनानंद सरस्वती का महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया। संत समाज ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
महामंडलेश्वर स्वामी चेतनानंद सरस्वती ने बताया कि उनके इस महामंडलेश्वर पट्टाभिषेक कार्यक्रम के भव्य समारोह में धार्मिक और आध्यात्मिक गुरुजनों की उपस्थिति ने वातावरण को एक अद्वितीय ऊर्जा से भर दिया। उन्हें महामंडलेश्वर की गद्दी सौंपने के साथ ही आश्रम के अनुयायियों और भक्तों को एक नई दिशा और प्रेरणा मिली है। कहा महाकुंभ के महत्व और साधना के माध्यम से आत्मोन्नति की आवश्यकता है। आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से व्यक्ति का जीवन आत्म-निर्भर, शांति और सुख से परिपूर्ण होता है। यह समारोह उनके नेतृत्व में श्री स्वामी सच्चिदानंद आश्रम की समृद्धि और आध्यात्मिक यात्रा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। नगरपालिका मुनि की रेती ढालवाला अंतर्गत शीशमझाड़ी में भी उनका एक आश्रम हैं। जिसमें वह वर्तमान समय में निवासरत हैं। महामंडलेश्वर का उपाधि मिलने पर आश्रम में उनके अनुयायियों ने उनका भव्य स्वागत किया।