



ऋषिकेश/तपोवन 11 मई
गजेंद्र सिंह
तपोवन स्थित स्वामी समर्पण आश्रम घुगतानी में 14 जनवरी से आयोजित स्वामी समर्पणानंद सरस्वती महाराज के पंचाग्नि यज्ञ साधना का 11 मई को समापन हो गया। यज्ञ में देश-विदेश के पर्यटकों और साधकों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर यज्ञ में संत महात्माओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया और संतों ने पंचाग्नि साधना में लीन स्वामी समर्पणानन्द सरस्वती का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर आश्रम में संतों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।
इस मौके पर स्वामी समर्पणानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि यह साधना माता पार्वती ने शिव तत्व में विलीन होने के लिए की थी। इस साधना से साधक को ब्रह्म ज्ञान का साक्षात्कार होता है। जीवात्मा की संसार से मुक्ति हो जाती है। इस साधना को करने से काम, क्रोध, मोह, लोभ का नाश हो जाता है यह साधना छान्दोग्य, उपनिषद, शैव दर्शन, अग्नि पुराण, तंत्र शास्त्र, अघोरी विद्या में पाया गया है। इस अवसर पर स्वामी गोपालानंद महाराज, स्वामी भावात्मानंद, मंहत रवि प्रपन्नाचार्य, स्वामी विश्वरूपानंद, स्वामी सन्यासानंद, स्वामी शंकराचार्य आनंद, योगाचार्य कपिल, भावना विदेश सोफी, बिलो आदि मौजूद रहे।
