ऋषिकेश 03 अक्टूबर
गजेंद्र सिंह
उत्तराखंड जन विकास मंच ने ऋषिकेश नगर निगम प्रशासन पर करोड़ों रुपए की घटिया लाइटें खरीदने का आरोप लगाया है कहा कि अगर लाइट घोटाले के दोषियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो मंच आंदोलन को बाध्य होगा साथ ही हाई कोर्ट जाएगा। गुरुवार को आईएसबीटी स्थित ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड जन विकास मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा व संरक्षक तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर राय ने पत्रकारों को जानकारी दी कि नगर निगम प्रशासन ने नियमावली मैन्युअल वित्तीय नियम में उल्लेखित प्रावधानों के विरोध में जाकर 70 वाट की आवश्यकता से अधिक मात्रा में 1.31 करोड रुपए की लाइट खरीदी हैं जो की घटिया गुणवत्ता की है उन्होंने कहा कि नियम 35 के अनुसार 25 लाख से अधिक मूल्य की सामग्री का क्रय एवं निर्माण कार्य ई प्रोक्योरमेंट के माध्यम से ही होना चाहिए। उन्होंने निगम की लिखा परीक्षा में पाया कि 3 हजार लाइटें जिनका मूल्य 13050000 रुपए था। जिनका फाइनेंशियल विद खोले बिना एक ही निविदादाता सहारनपुर फर्म को एल1 मानकर कार्यादेश जारी किया गया। जिसमें गुणवत्ता की अवहेलना की गई और अनब्रांडेड सामग्री का क्रय किया गया। जबकि खाती प्राप्त अनेकों विनिर्माता फर्म सिस्का कंपनी की 70 वाट की लाइट नेम पोर्टल पर 18 सौ और एक हजार रुपए अतिरिक्त जीएसटी हेवल्स इंडिया लिमिटेड 3093 ओरिएंट 2917 रुपए जबकि अनब्रांडेड मैसर्स की लाइटों की कीमत 4550 रुपए जो की ब्रांडेड फर्म की मूल्य से बहुत अधिक थी। पूर्व में भी मैसेज दुर्गा इलेक्ट्रिकल्स गंगोह सहारनपुर की कंपनी से भी 5 हजार अनब्रांडेड लाइट खरीदी गई उक्त दोनों फर्मों की प्रोपराइटर एक ही है तथा नगर निगम द्वारा अन ब्रांडेड लाइटों का क्रय करके लोक धन का दुरुपयोग किया गया तथा विक्रेता फर्म को लाभ पहुंचाया गया। युक्त फर्म ने तो विनिर्माता फार्म है नहीं ख्याति प्राप्त फर्म। कहा कि नगर निगम ऋषिकेश का यह सबसे बड़ा घोटाला सामने आया है इसके अलावा 57 घोटाले और है जिनको मंच जल्दी ही जनता के सामने लाएगी। कहा किस शहर में किस तरह विकास किया जा रहा है शहर की नालियों और सड़कों की हालत जर्जर बनी हुई है जिन्हें ठीक करने की आवश्यकता है मगर नगर निगम जानबूझकर घटिया किस्म की लाइट खरीदने में लगा हुआ है जिस पर शासन प्रशासन को जल्द जांच करनी चाहिए उन्होंने कहा कि अगर लाइट घोटाले के दोषियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो वह आंदोलन के साथ ही हाई कोर्ट जाने को बाध्य होंगे प्रेस वार्ता में रुकम पोखरियाल, जनार्दन नवानी, पंकज जाटव, सुभाष कुमार राजकुमार आदि मौजूद थे।