ऋषिकेश 9 अगस्त
गजेंद्र सिंह
तुलसी मानस मंदिर ऋषिकेश में राम कथा के अष्टम दिवस पर कथा वाचक जगतगुरु उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज ने कहा कि भगवान सर्वज्ञ व्याप्त हैं प्रेम से पुकारने व सच्चे मन से सुमिरन करने पर भगवान कहीं भी प्रकट हो सकते हैं। भगवान राम की जन्म की व्याख्या करते हुए बताया कि सत्य कृपा से ताप से भगवान ने राजा दशरथ व रानी कौशल्या के घर में जन्म लिया और उन्होंने धर्म और संप्रदाय के अंतर को समझते हुए बताया कि धर्म व्यक्ति को अंदर से एक जुटता का भाव पैदा करता है वही संप्रदाय व्यक्ति को बाहरी रूप से बनता है। सच्चा मनुष्य वह है जो अपने जीवन में परोपकार धर्म व संस्कार दूसरों की चिंता करता है साथ ही सीता स्वयंवर व विदाई प्रसंग पर सुनाया, तो श्रोता झूम उठे इस दौरान आचार्य दीपक बधानी के नेतृत्व में सामूहिक रामायण का संगीत में पाठ ऋषि कुमारो के साथ मिलकर किया गया। इस मौके पर तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत अरुण दास महाराज, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य महाराज, विधु शर्मा, नीरज शर्मा, श्याम अरोड़ा, तनुज अरोड़ा, नीलकमल अरोड़ा, नवल कपूर, इंद्र मोहन, अशोक कुमार अरोड़ा, आचार्य सतीश घिल्डियाल, कैलाश चंद भट्ट, अजय कालडा, ओमप्रकाश, राजीव शर्मा आदि उपस्थित रहे।