

ऋषिकेश 9 जनवरी
गजेंद्र सिंह
एम्स ऋषिकेश ने क्षय रोग (टीबी) के उन्मूलन के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। अस्पताल के पल्मोनरी विभाग में आने वाले प्रत्येक रोगी की स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके।
प्रोफेसर डॉ. रूचि दुआ ने बताया कि टीबी के लक्षण देरी से पता चलने के कारण इसका खात्मा करना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश में टीबी के इलाज के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें थूक/बलगम से संबंधित जांच, रिजिड ब्रोंकोस्कोपी और एंडोस्कोपी शामिल हैं।
डॉ. दुआ ने कहा कि यदि किसी में टीबी के लक्षण मिल जाएं, तो उन्हें तत्काल उपचार शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हवा के माध्यम से संक्रमण से फैलने वाली इस घातक बीमारी के लक्षणों का पता लगते ही इसका तत्काल उपचार शुरू करना न केवल रोगी के जीवन को बचाता है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित होने से बचा देता है।
एम्स ऋषिकेश के कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि गंभीर किस्म की प्रत्येक बीमारी का इलाज करना अस्पताल की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि टीबी के उन्मूलन के लिए जन भागीदारी बहुत जरूरी है।
