

भृगुखाल 4 मार्च
गजेंद्र सिंह
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल को 4 साल पहले मिली थी एम्बुलेंस। उद्घाटन होने के एक हफ्ते के अन्दर ही एम्बुलेंस खड़ी कर दी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) यमकेश्वर।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल के लिए एंबुलेंस सेवा यमकेश्वर पूर्व विधायक रितु खण्डूडी भूषण ने 2021 में कोरोना काल के समय में कराई थी लेकिन एंबुलेंस में चालक न होने की वजह से मात्र एक हफ्ते के अंदर ही एम्बुलेंस सीएचसी यमकेश्वर में खड़ी कर दी गई, और दोबारा एंबुलेंस को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल में नहीं लाया गया। जिससे चलते ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोस देखने को मिल रहा है इस मामले में जानकारी देते हुए ग्रामीण आलोक बिष्ट ने बताया कि कोरोना काल के समय में पूर्व विधायक ने क्षेत्रवासियों के लिए एंबुलेंस स्वीकृत कराई थी लेकिन विभाग की कमियों के कारण एंबुलेंस एक हफ्ते भी स्वास्थ्य केंद्र में नहीं रही और एंबुलेंस को यमकेश्वर ले जाकर खड़ा कर दिया गया।
बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल के अंतर्गत गांव थनूर, बोरगांव, बघेलगांव, जयहरी सहित लगभग 10 गांव आते हैं और इन गांवों के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए एंबुलेंस स्वीकृत की गई थी लेकिन एंबुलेंस में चालक ना होने की वजह से एंबुलेंस को स्वास्थ्य विभाग ने सीएचसी यमकेश्वर में ले जाकर खड़ा कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल और यमकेश्वर के बीच 15 किलोमीटर की दूरी है ऐसे में मरीज को स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल से सीएचसी यमकेश्वर उपचार के लिए ले जाना होगा तो ग्रामीण कैसे ले जाएगा इस पर ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग जल्द ही एंबुलेंस को स्वास्थ्य केंद्र भृगुखाल में नहीं लाएगा तो ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इनसैट-
एंबुलेंस को संचालित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास वाहन चालक नहीं है जिसकी वजह से एंबुलेंस को सीएचसी यमकेश्वर में खड़ा करना पड़ा।
डॉ राजीव कुमार (एसीएमओ पौड़ी)
