

ऋषिकेश 9 मार्च
गजेंद्र सिंह
परमार्थ निकेतन में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में हुआ।
आज सांयकाल माँ गंगा के पावन तट पर 50 से अधिक देशों से आये योग जिज्ञासुओं, योगाचार्यों, योग एम्बेसडर की उपस्थिति में स्वामी चिदानन्द सरस्वती, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, साध्वी भगवती सरस्वती, कथाकार सुश्री जया किशोरी ने दीप प्रज्वलित कर अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आयुष, शान्ति, योग, ध्यान, गंगा, पर्वत, ग्लेशियर की दिव्य धरती पर सभी का अभिनन्दन करते हुये कहा कि जी 20 के अवसर पर विश्व के अनेक देशों से आये डेलिगेट्स यहां से अद्भुत अनुभव ले कर गयें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वेडिंग डेस्टिनेशन के लिये पूरे विश्व के लोगों को आमंत्रित किया है।
हमने उत्तराखंड में विंटर टूरिज्म की भी शुरूआत की है। इस अवसर पर उन्होंने घाम तापो टूरिज्म (सन साइन टूरिज्म) का उल्लेख करते हुये सभी को चार धाम, जागेश्वर धाम के दर्शन हेतु आमंत्रित किया। चार धाम यात्रा के लिये सभी को आमंत्रित करते हुये पुण्य के भागी होने का संदेश दिया। आगामी कुम्भ व माँ नंदा राजजात यात्रा में सहभाग हेतु भी सभी को प्रेरित किया। उन्होंने कहा उत्तराखंड की भूमि वसुधैव कुटुम्बम् की भूमि हैं यहां से विश्व एक परिवार है का संदेश लेकर जायें।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने हिमालय की दिव्य धरती पर सभी योगाचार्यों व योग जिज्ञासुओं का अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा ऋषिकेश योग की वैश्विक राजधानी है। उत्तराखंड, देखने का नहीं आत्मसात करने का स्थान है। यहां के जल, वायु, मृदा और पूरे वातावरण में योग ही समाहित है। यह धरती फ्री होने की है, मुक्त होने की है।
साध्वी भगवती सरस्वती ने भारत की ओर से सभी का अभिनन्दन करते हुये कहा कि यह देवभूमि है। यहां पर आना अर्थात माँ गंगा का विशेष आमंत्रण है। इस दिव्य धरती पर प्राचीन काल से ही हमारे ऋषियों ने आकर तपस्या व योग किया। यह ऊर्जा प्रदान करने वाली दिव्य धरती है।
योगाचार्य टोमी रोजन ने कहा कि हम सब एक परिवार है उन्होंने वसुधैव कुटुम्बकम् के मंत्र को दोहराते हुये कहा कि जिस तरह से परमार्थ निकेतन गंगा तट पूरे विश्व को आमंत्रित कर एक दिव्य मंच प्रदान करता है जहां सब आकर अपने स्व से जुड़ सके यह अद्भुत है।
