

ऋषिकेश 6 मार्च
गजेंद्र सिंह
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने राज्य सरकार से चारधाम यात्रा के दौरान डिक्लेरेशन फार्म भरने की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की है। समिति अध्यक्ष नवीन रमोला का कहना है कि यह फार्म भरना खानापूर्ति और समय की बर्बादी होगी, साथ ही इससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा।
रमोला ने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रहने खाने की व्यवस्था का ब्यौरा डिक्लेरेशन फार्म में देना होगा, अन्यथा वाहनों को चेकपोस्ट से वापस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा दुष्कर है, और यात्राकाल में बसों को 10 दिनों में करीब 1400 किमी की दूरी तय करनी होती है।
समिति की बसें कई दशकों से चारधाम यात्रा की सेवाएं दे रही हैं, और यात्रियों को कभी भी रहने-खाने की असुविधा नहीं हुई। रमोला ने कहा कि डिक्लेरेशन फार्म की बाध्यता को समाप्त करने से तीर्थयात्रियों और वाहन संचालकों को असुविधा नहीं होगी, और यात्रा में व्यवधान भी नहीं पड़ेगा।
