

थनूर 30 जनवरी
गजेंद्र सिंह
राजकीय प्राथमिक विद्यालय थनूर के प्रांगण में दो चीड़ के पेड़ों से 15 अध्ययनरत छात्र और दो शिक्षिकाओं की जान पर खतरा बना हुआ है।
प्राथमिक स्कूल थनूर के प्रांगण में चीड़ के पेड़ों से लगातार खतरा बना हुआ है। इस मामले में विद्यालय प्रबंधन समिति थनूर ने दो साल पहले वन विभाग से पेड़ काटने की मंजूरी ली थी और पेड़ों की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी थी लेकिन इसी दौरान वन पंचायत थनूर ने दावा किया की नीलामी की प्रक्रिया वन पंचायत थनूर के द्वारा की जाएगी और पेड़ों की नीलामी का पैसा भी वन पंचायत को मिलना चाहिए क्योंकि यह क्षेत्र वन पंचायत के अंतर्गत आता है और स्कूल का निर्माण भी वन पंचायत की भूमि में ही हुआ है। इसी मतभेद के चलते पेड़ों की नीलामी 2 साल से नहीं हो पा रही है और बच्चों की जान पर लगातार खतरा बना हुआ है। विद्यालय में अध्यनरत छात्र के अभिभावक गंभीर बिष्ट ने बताया कि अगर जल्दी ही पेड़ नहीं कटे तो आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि कई बार पेड़ों से सुखी लकड़ी गिर जाती हैं और बच्चे चोटिल भी हो जाते हैं अगर दोनों समितियों ने शीघ्र ही इस पर निर्णय नहीं लिया तो विद्यालय के सभी अभिभावक आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
