कोटद्वार 13 अक्टूबर
गजेंद्र सिंह
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने आज कोटद्वार के श्री महर्षि कण्व गंगा गौशाला काशीरामपुर तल्ला कण्व नगरी में आयोजित गौशाला उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग की। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने गौ पूजन कर प्रदेशवासियों की मंगल कामना की और गौ माता की महत्ता पर प्रकाश डाला। ऋतु खण्डूडी ने गौशाला के संचालन के बारे में जानकारी दी कि अब इस गौशाला का प्रबंधन श्री गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा, के अधीन होगा, जो अगले तीन वर्षों तक गौशाला की देखभाल करेगा। विधानसभा अध्यक्ष खण्डूडी ने यह भी बताया कि महाराज गोपेश जी के नेतृत्व में भारत के विभिन्न हिस्सों में कई गौशालाओं का संचालन किया जा रहा है जहां निस्वार्थ भाव से गौ सेवा की जा रही है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से आग्रह किया कि वह गौ सेवा में अपना योगदान दें और इसे अपनी संस्कृति का हिस्सा बनाएं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जल्द ही कोटद्वार में नंदीशाला स्थापित की जाएगी, ताकि बेसहारा नंदियों की देखभाल हो सके। नंदीशाला के निर्माण से क्षेत्र में गौवंश के संरक्षण के प्रति लोगों की जागरूकता और भी बढ़ेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने गौ माता की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि गौ माता हमारी संस्कृति और सभ्यता की आधारशिला हैं। गौ सेवा से न केवल समाज का कल्याण होता है, बल्कि इसके माध्यम से हम अपने पूर्वजों का आशीर्वाद भी प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में गौ माता को पूजनीय माना गया है और इसकी सेवा करना हम सभी का कर्तव्य है। समारोह के दौरान सभी अतिथियों ने गौशाला में गौ माताओं की सेवा का संकल्प लिया और क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक इस पुनीत कार्य में भागीदारी की अपील की। सभा में उपस्थित सभी ने गौ रक्षा और गौ संवर्धन के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष ने गौशाला के विकास और इसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपेक्षा जताई और कहा कि यह न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी आवश्यक है कि हम अपनी परंपराओं और धरोहरों का संरक्षण करें। इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अंथवाल, रविंद्रनंद (जूना अखाड़ा), अश्वनी शर्मा, गोपाल अग्रवाल, उप जिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी, नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, पंकज भाटिया, हरि सिंह, संजीव थपलियाल, कमल नेगी, किरण कल, सिमरन बिष्ट, मीनू डोबरियाल और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।