

ऋषिकेश 18 अगस्त
गजेंद्र सिंह
उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी की पुण्यतिथि पर कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके उत्तराखंड आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया गया।
तुलसी विहार श्यामपुर में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को रत्नगर्भा है। इस धरती पर सदियों से ऐसे सन्त और महापुरुषों ने जन्म लिया जो सदैव मनसा, वचना, कर्मणा से देश और समाज के लिए समर्पित रहे हैं। ऐसी ही एक महान विभूति उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति आंदोलन के महानायक इन्द्रमणि बड़ौनी थे। स्व. बडोनी ने पृथक राज्य उत्तराखण्ड की स्थापना के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया था। वह उत्तराखंड राज्य आंदोलन के महान नायक थे, उन्होंने उत्तराखंड राज्य का विचार जनता को दिया और जन–आंदोलन की अग्रिम पंक्ति में रहकर सरकारी दमन का अहिंसक विरोध करते हुए उत्तराखंड अगल राज्य की मांग पर अडे रहे। शासन और सत्ता के जुल्मों–सितम से टूटने के बजाय वह और ज्यादा ताकत के साथ उभरे, अलग पर्वतीय राज्य की उनकी चाहत और भी ज्यादा मुखर होती गई थी। डॉ अग्रवाल ने कहा कि इंद्रमणि गढ़वाली सभ्यता व संस्कृति के अनन्य प्रेमी थे। डॉ अग्रवाल ने कहा कि इंद्रमणि ने ही गढ़वाल के लोक नृत्यों की कलात्मकता से लोगों का साक्षात्कार कराया था। इंद्रमणि स्वयं नृत्य कला में सिद्धहस्त थे। उत्तराखण्ड की महान विभूतियों में से एक माधोसिंह भंडारी की गाथा का नाट्य मंचन सर्वप्रथम इन्होंने ही किया था। डॉ अग्रवाल ने कहा कि इंद्रमणि उत्तराखंड के आर्थिक विकास के लिए पर्यटन को बढ़ावा देना चाहते थे।और पूरे उत्तराखंड के विकास के लिए अपना जीवन दे दिया। इस मौके पर आंदोलनकारी इंदु थपलियाल, सुरेंद्र धस्माना, दिनेश चमोला, जसपाल कठैत को सम्मानित किया। इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष श्यामपुर दिनेश पयाल, महामंत्री चंद्रमोहन पोखरियाल, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सोनी रावत, गौतम राणा, जसपाल चौहान, जितेंद्र पोखरियाल, मुन्ना रावत, बीना मौखरी राजेश कंडवाल, राजवीर रावत आदि उपस्थित थे।
