

देहरादून 19 फरवरी
गजेंद्र सिंह
उत्तराखंड विधानसभा में एक नए युग की शुरुआत हुई है, जहां विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण और सीएम पुष्कर सिंह धामी की पहल पर संस्कृत में संवाद किया गया। यह पहल संस्कृत को राज्य की द्वितीय राजभाषा के रूप में सम्मानित करने के लिए की गई है।
इस अवसर पर विधायकों और मंत्रियों को सरल संस्कृत संभाषण का प्रशिक्षण दिया गया। स्पीकर ऋतु खंडूडी भूषण ने कहा कि संस्कृत से ही भारत के विश्व गुरु बनने का रास्ता तय होता है। शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षामंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार ने 13 ग्रामों को संस्कृत ग्राम घोषित किया है, जहां प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। जो ग्रामीणों को सरल संस्कृत संभाषण सिखाएंगे।
मौके पर संस्कृत उन्नयन समिति अध्यक्ष और विधायक भरत चौधरी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, विधायक बृजभूषण गैरोला, सविता कपूर, उमेश कुमार, रेनू बिष्ट, सचिव दीपक गैरोला, निदेशक आनंद भारद्वाज, उपनिदेशक डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल, संस्कृत अकादमी सचिव बाजश्रवा आर्य, पंकज पालीवाल आदि मौजूद रहे।
