

प्रयागराज 19 फरवरी
गजेंद्र सिंह
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर महाराष्ट्र से आए वारकरियों ने शिवाजी महाराज की डोली के साथ संगम पहुंचकर उनकी प्रतिमा को पवित्र स्नान कराया और उनकी वीरता तथा देशभक्ति को श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि शिवाजी महाराज ने अपने बल, साहस और संघर्ष से समस्त भारतीयों के दिलों में स्थान बनाया और उनका जीवन हमें प्रेरणा देता है कि हम अपने देश की रक्षा और सेवा के लिए सदैव तत्पर रहें।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर जी की जयंती भी मनाई गई और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि श्री माधवराव गोलवलकर जी ने संघ के माध्यम से समाज में एकता, अखंडता और राष्ट्रवाद को सशक्त किया और उनका जीवन एक आदर्श है जो हमें प्रेरित करता है कि हम समाज के लिए कार्य करें और अपने राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहें।
दोनों महापुरूषों की जयंती के इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज और श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर जी के नाम की डुबकी संगम में लगाई। यह डुबकी न केवल श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक थी, बल्कि यह उन महान नेताओं की प्रेरणादायक जीवन यात्रा को सम्मान देने का दिव्य अवसर है।
