

देहरादून 13 अप्रैल
गजेंद्र सिंह
उत्तराखंड सरकार के प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने के बाद अब चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं और भी बेहतर होंगी। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल ट्रेनी डॉक्टरों की स्वैच्छिक तैनाती की अनुमति मांगी गई थी।
*मुख्य बिंदु:*
– *एनएमसी की मंजूरी*: एनएमसी ने पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल ट्रेनी डॉक्टरों की तैनाती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिससे ये डॉक्टर चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
– *स्वास्थ्य सचिव की भूमिका*: स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि इन डॉक्टरों को उच्च हिमालयी चिकित्सा और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।
– *डॉक्टरों के लिए अवसर*: इस पहल से युवा डॉक्टरों को सेवाभाव और प्रशिक्षण का अद्वितीय अवसर मिलेगा, साथ ही तीर्थयात्रियों को सशक्त स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी।
– *सरकारी प्रयास*: उत्तराखंड सरकार इन डॉक्टरों के लिए समुचित आवास, खानपान, प्रशिक्षण, सेवा प्रमाणपत्र और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करेगी।
– *एनएमसी की भूमिका*: एनएमसी के सचिव डॉ. राघव लांगर ने कहा कि यह एक बेहतरीन उदाहरण है जहां शैक्षणिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र का समन्वय समाज हित में उपयोगी सिद्ध हो रहा है।
*प्रभाव:*
– *तीर्थयात्रियों को लाभ*: इस पहल से तीर्थयात्रियों को त्वरित और विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी।
– *डॉक्टरों के लिए अनुभव*: डॉक्टरों को उच्च हिमालयी चिकित्सा और आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।
– *स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार*: इस पहल से चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं और भी बेहतर होंगी।
*आगे की कार्रवाई:*
– *स्वास्थ्य विभाग की तैयारी*: स्वास्थ्य विभाग सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेगा ताकि यह पहल प्रभावी ढंग से लागू हो सके।
– *डॉक्टरों की भागीदारी*: देशभर के मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों से प्रशिक्षु डॉक्टरों की भागीदारी के लिए सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
