

यमकेश्वर 05 सितम्बर
गजेंद्र सिंह
यमकेश्वर क्षेत्र में बंदरों का आतंक 4 से 5 लोगों को काट चुके हैं बंदर।
यमकेश्वर क्षेत्र के सभी गांवों में बंदरों का आतंक है लेकिन भृगुखाल और थनूर में बंदरों का ज्यादा ही आतंक आजकल देखने को मिल रहा है। बता दें कि भृगुखाल क्षेत्र में अभी तक 4 से 5 लोगों पर बंदरों ने हमला कर दिया है, जिसमें दो बच्चियाँ और दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल है। जानकारी देते हुए ग्रामसभा बौरगांव के दर्शन सिंह नेगी ने बताया कि पिछले हफ्ते उन पर बंदरों के झुंड ने हमला किया जिससे उनके पैर में गंभीर चोट आ गई।
लेकिन वन विभाग द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले में रेंज अधिकारी लालढांग विपिन जोशी ने बताया कि हमने यमकेश्वर क्षेत्र में पिंजरा लगाकर बंदरों को पकड़ने का काम शुरू किया हुआ है। लेकिन इस पर ग्रामीण आलोक बिष्ट, विनोद परिहार, मुकेश कुमार, विपिन नेगी, दीपक नेगी, धर्मपाल रावत का कहना है कि इस क्षेत्र में कोई भी वन विभाग की टीम नहीं आई और ना ही कोई पिंजरा लगा रखा है। अगर पिंजरा लगा होता तो बंदर आम जनों पर क्यों हमला करते। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि बंदरों के कारण ही क्षेत्र में पलायन भी ज्यादा हो रहा है। क्योंकि बंदरों के द्वारा उनकी खेती को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। और पेड़ पौधों पर लगे फलों को भी बंदर खा जाते हैं। और घरों में घुसकर बंदर उनकी खाद्य सामग्री को ले जा रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को वन विभाग के सुस्त रवैये के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इनसेट
यमकेश्वर क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा रखा है। और वन विभाग की टीम लगातार इस पर कार्रवाई कर रही है- विपिन जोशी (वन क्षेत्राधिकारी लालढांग)
